अशोक के अभिलेखों में मौर्य-प्रशासन के प्रमुख तत्व कौन -कौन से है ?
अशोक के अभिलेखों से हमें मौर्य प्रशासन की बहुत कुछ सामग्री प्राप्त होती है। अभिलेखों से हमें प्रशासन के प्रमुख केन्द्र-पाटलिपुत्र, तक्षशिला, उज्जैन, सुवर्णगिरि, वैशाली का विवरण मिलता है।
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अशोक के अभिलेखों में मौर्य-प्रशासन के प्रमुख तत्व कौन -कौन से है ?
(1) कलिंग अभिलेखों से यह जानकारी प्राप्त होती है, कि वैशाली तथा उज्जैन शासनाध्यक्षों को “कुमार” कहा जाता था। ब्रहागिरि-सिद्धपुर अभिलेखों में सुवर्णगिरि शासनध्यक्ष को “आर्यपुत्र’ कहा गया है।
(2) पाँचवे महाशिलालेख से पचा चलता है कि सम्राट ने राज्याभिषेक के तेरह वर्ष बाद महापात्रों को नियुक्त किया था।
(3) सातवें स्तम्भलेख से धर्म महापात्रों के कर्तव्यों का विवरण मिलता है।
(4) महाशिलालेख XII में कहा गया है कि मनुष्य को अपने धर्म का सम्मान करना चाहिए किंतु दूसरे धर्म की निंदा नहीं करनी चाहिए।
(5) महाशिलालेख III तथा स्तम्भ । तथा IV में जिला प्रशासन में नियुक्त राजुक तथा युक्त जैसे अधिकारियों का विवरण प्राप्त होता है।
(6) महाशिलालेख VI में प्रतिवेदकों का उल्लेख किया गया
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